
अतिथि देवो भव: शायद यहीं ज्यादा लागू होता था। अब राज-पाट न रहने के बाद शाही घरानों ने अपने आरामगाह, महल, किले और हवेलियों को महंगे पांच सितारा हेरिटेज होटलों में तब्दील कर दिया है। आज भी यहां पहुंचकर उनकी परंपराओं, गर्मजोशी और खुसूस को आप महसूस कर सकते हैं।
गुजरे दौर में..
हेरिटेज होटल और हवेलियों में जाना अपने आप में बीते वक्त में जाने का टिकट मिल जाने जैसा है। इसलिए यहां आकर आप खुद को किसी रॉयल गेस्ट से कम मत समझिएगा।
यहां आर्किटेक्चर, फोटो, एंटीक सामानों का अथाह भंडार मिलेगा जो पीढ़ी दर पीढ़ी विरासत के रूप में आगे बढ़ रहा है। यकीन मानिए यहां की हर चीज इतिहास का एक अलग ही नजारा पेश करती है। इंडियन रॉयलटी यहां हर चीज से झलकती है।
राजा की तरह भोज
अगर जयपुर के रामबाग पैलेस की ही बात की जाए, तो यहां आकर कौन नहीं चाहेगा राजे-रजवाड़ों की तरह बैठकर भोजन करना। इतना ही नहीं खूबसूरत गार्डन में शैंपेन का लुत्फ, विंटेज कार में शहर की शाही सैर, रॉयल किचन और मल्टी क्यूजीन मैन्यू अपने आप में ना भूल पाने वाला अनुभव साबित होता है।
ख्वाबनुमा विवाह
वेडिंग प्लानर्स के लिए हवेलियां और महल ड्रीम वेडिंग की तरह हो सकते हैं। बशर्ते आपका बजट अरुण नायर-लिज हर्ले या फिर संत सिंह चटवाल की तरह हो। सोचकर देखिए कि आप ऐसी जगह शादी कर रहे हैं जहां किसी जमाने में महान गायक, संगीतज्ञ, कवियों और लेखकों ने शिरकत की होगी।
लग रहा है न कि आप राजा-रानी बन गए हैं। यह यकीनन आपकी जेब को हल्का जरूर करेगा, लेकिन यादों में आप इतिहास को कैद कर चुके होंगे।
कुछ स्पेशल
उदयपुर लेक पैलेस में आपको पूरी रात के लिए गणगौर बोट किराए पर मिल सकती है। इसमें शेफ, वेटर, बार सर्विस और लाइव म्यूजिक भी साथ मिलता है।
मैसूर महाराजा द्वारा निर्मित ललिता महल भारत के सबसे रॉयल गेस्ट वॉइसरॉय ऑफ इंडिया का मेजबान रह चुका है। आप भी इस कतार में शामिल हो सकते हैं।
इनमें से कुछ होटल स्पा की सुविधाएं भी मुहैया करवाते हैं।
इनमें से कुछ हवेलियों में उनके असली मालिक आज भी निवास करते हैं।
कहां-कौनसी रॉयल ट्रीट
ताज लेक पैलेस, उदयपुर
रामबाग पैलेस, जयपुर
उम्मेद भवन पैलेस, जोधपुर
ऊषा किरण पैलेस, ग्वालियर
ताज हीरामहल, जोधपुर
बोलगट्टी पैलेस, कोच्ची
त्रावणकोर रिजॉर्ट, तिरुवंतपुरम
ललिता पैलेस, मैसूर
जय महल पैलेस, जयपुर
देवगढ़ पैलेस होटल, जयपुर
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